Bewafa Quotes/Shayari in Hindi 2022 by Ranjha Lyrics
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Bewafa Quotes/Shayari in Hindi Start Here
उस Bewafa ने मुझे छोड़ दिया
अगले ही दिन मैंने उसकी फ्रेंड को i love you बोल दिया
शायरी लिखी मैंने तेरे प्यार मै
लेकिन उसने नस काट ली किसी और के इंतज़ार में
अब तो आदत सी हो गयी दर्दो को सहने की
क्योंकि तेरे इरादों ने मुझे पथ्थर बना दिया
वो Bewafa मेरी औकात का अंदाजा ना लगा पायी
क्योंकि उसके फ़रिश्ते भी एक दिवार ना बना सके
Bewafa तेरी याद में बस जी रहा हूं
आधा क्वार्टर रम जो भी मिले बस पी रहा हूं

याद कर Bewafa तेरा क्यो नाम है
दर्द जख्म धोका का बस यही तेरे काम है
Bewafa Quotes in Hindi
तेरा नाम का दीपक तोड़ दिया हमने
क्योंकि अब तिललियो ने भी जलना छोड़ दिया
चाय पर जब करेंगे हम Bewafa तेरा चर्चा
तो बालकनी में बैठ कर छाप देंगे तेरे नाम का पर्चा

पर्दा गिरते ही मंजर बदल जाता है
बेवफाई के बाद हर आशिक संभल जाता हैं
तेरे हर दर्द का किस्सा महफिल में गाएंगे
तू Bewafa है कितनी तेरी सहेली को बताएंगे
प्यार हमने इतना किया एक हसीना अनजान से
दर्द जख्म और Bewafaई मिली उस बेईमान से

उसके दर्दो का जख्म नासूर था
उस Bewafa से प्यार करना मेरा कसूर था
मंजिल मिली रास्ते बने जिंदगी की हर खुशी मिल गई
लेकिन मरने को जी चाहता है अब तो
क्योंकि उसके फ़ोन मै किसी और की तस्वीर मिल गयी
Top Bewafa Quotes in Hindi
हम उनकी मुस्कुराहट पर इस कदर मरते रहे
जैसे बहता पानी दरिया मे किनारो को है, चूमता हैं
वो दिल तोड़ कर ऐमे निकली
जैसे सागर से बांध टूटता है
बेबफा थी वो मुझे मालूम नही था
जान से ज्यादा हुस्न को प्यार था उसे,
ये मुझे मालूम न था
मैने बेवफा के चक्कर मे नस काटली
और उसने बड़ी आसानी से मुझे – जालीम कह दिया
उसकी आँखा मे नसा था प्यार था
पर दिल मे बेवफाई थी ये नहीं देख पाये

बाहर पानी है नदिया है समन्दर है।
उस बेबफा के दर्द ए ज़ख्म मेरे अन्दर है।
चाहता तो, बीच मे छोड देता उन बेवफा को
पर मैने उससे प्यार किया था
कह ना पाया प्यार कितना है उनसे
उसे देख कर सब भूल जाता था
Bewafa Shayre in Hindi
उस बेवफा का रिचार्ज हम करते रहे
और वो मरती है मुझपे ये गलती करते रहे।
प्यार तो सच्चा था मेरा
पर भूल कहा हुई ये मालूम नही
आज पैकबना डाला बिना पानी के।
और पी गया ज़ख्म जवानी के
बड़ी हिम्मत मे सिरकत की थी उन्हें कुछ कहने की
पर उस बेवफा मे नहीं ताकत मेरे लफ्जो को सहने की
आज जब उसको किसी और के साथ देखा
लगा मुझे सायद कही मेरे प्यार मे कमी थी,
चलो आज कुछ अलग कर चले
उस बेवफा का नाम दफन कर चलें
बेवफाई करके लोग कैसे जीते है
जैसे बिना चखने के ही लोग गमए दारू पिते है।
चलो आज फिर दिलों में अंगार जल चले
दोस्तो रुको उसकी याद को दफना चले
चल अब पैक बना
बाते तो करती थी बेवफा प्यार से
पर मार गई वो बिना हथियार के
उस बेवफा के दर्द का इतना गहरा था
पता नहीं चला कब मौत आई थी
बेबफा नी रिप्लेस कर दिया मुझे मोबाइल की तरहा
घुमता रहा बाजार मै पागल की तरहा